Saturday, July 4, 2020

गुजरात क्षेत्र में 04 से 06 जुलाई के दौरान भारी वर्षा की चेतावनी

प्रविष्टि तिथि: 04 JUL 2020 9:11PM by PIB Delhi
कोंकण में अगले 24 घंटों में मौसम कैसी करवट लेगा?
*आगामी 4 से 5 दिनों के दौरान मध्य और पूर्व भारत से सटे क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा/गरज के साथ वर्षा होने की संभावना
*औसत समुद्री तल पर मॉनसून अब अपनी सामान्य स्थिति पर पहुँचा और अगले 24 घंटे के बाद इसके और अधिक सक्रिय होने की संभावना
*कई क्षेत्रों में तेज आंधी और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका
नई दिल्ली: 4 जुलाई 2020: (पीआईबी//गुजरात स्क्रीन)::
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र/क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, नई दिल्ली के अनुसार:

♦ पश्चिमी तट के साथ अरब सागर से चलने वाली तेज़ नम और दक्षिण-पश्चिम हवाओं के रुख एवं दक्षिण गुजरात में एक चक्रवाती वायु संचरण तथा इससे सटे क्षेत्रों में निचले ट्रोपोस्फेरिक स्तरों के कारण गुजरात राज्य में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ व्यापक रूप से वर्षा होने की संभावना है। आगामी 4 से 5 दिनों के दौरान गुजरात क्षेत्र में और अगले 2 दिनों के दौरान कोंकण और गोवा में भारी वर्षा होने की संभावना है। 04 से 06 जुलाई के दौरान गुजरात क्षेत्र और आगामी 04 दिनों के दौरान सौराष्ट्र और कच्छ में भारी वर्षा की संभावना है।
♦ उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट से सटी पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी और पश्चिमी मध्य तट पर एक चक्रवाती वायु का दबाव बना हुआ है और इसके औसत समुद्र तल से लगभग 7.6 किमी ऊपर तक बढ़ने की संभावना है। इसके कारण, आगामी 4 से 5 दिनों के दौरान पूर्व और मध्य भारत के आसपास के क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ-साथ व्यापक वर्षा/गरज के साथ वर्षा होने की संभावना है।

♦ औसत समुद्री तल पर मॉनसून अब अपनी सामान्य स्थिति में पहुँच चुका है और अगले 24 घंटों में इसके और अधिक सक्रिय होने की संभावना है। अरब सागर से चलने वाली तेज़ नम पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी हवाओं का रुख भारत के उत्तर-पश्चिमी मैदानों की तरफ होने की संभावना है। इसके प्रभाव से, आगामी 4 से 5 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा के साथ व्यापक रूप से वर्षा होने की संभावना है।

♦ तीव्र आंधी और आकाशीय बिजली से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्र: अगले 12 घंटों के दौरान जम्मू क्षेत्र, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र और यानम, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के गंगीय क्षेत्रों और गुजरात में मध्यम से तीव्र गरज के साथ वर्षा और आकाशीय बिजली की आशंका है।

अगले 5 दिनों के विस्तृत पूर्वानुमान और चेतावनी की जानकारी के लिए, कृपया इस लिंक को देखें। 
अपडेट के लिए कृपया www.imd.gov.in पर जाएं।

Friday, June 5, 2020

विश्व पर्यावरण दिवस पर अहमदाबाद में विशेष आयोजन

पांच लाख तुलसी पौधों के वितरण का अभिनव प्रयोग
अहमदाबाद: 5 जून 2020: (गुजरात स्क्रीन ब्यूरो)::
विश्व पर्यावरण दिवस पर अहमदाबाद में पांच लाख तुलसी पौधों के वितरण का अभिनव प्रयोग किया गया।  मनपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीएम ने शुभारंभ भी किया । उन्होंने यह भी कहा कि तुलसी जैसे आयुर्वेदिक उपचारों से ही कोरोना के खिलाफ जंग में जीत संभव होगी। 
इस शुभ अवसर पर बहुत सी महत्वपूर्ण बातें हुईं। मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी ने शुक्रवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अहमदाबाद में पांच लाख तुलसी पौधों के वितरण कार्यक्रम का वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए शुभारंभ किया।  
अहमदाबाद के नारणपुरा क्षेत्र में स्थित मंगलमूर्ति अपार्टमेंट में आयोजित इस कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समूची दुनिया के साथ हमारा देश और राज्य तथा विशेषकर अहमदाबाद कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है। इस रोग की किसी सटीक दवाई का अभी तक अविष्कार नहीं हुआ है। ऐसे में, तुलसी जैसे आयुर्वेदिक उपचारों के माध्यम से ही हमें अपनी रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाना जरूरी है। 
रोग प्रतिरोधक शक्ति में बढ़ोतरी को कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय के रूप में रेखांकित कर उन्होंने तुलसी की पत्तियों का काढ़ा और तुलसी की पत्तियों के रस के सेवन की सीख दी। 
उन्होंने कहा कि विशिष्ट परिस्थितियों के कारण हम सामाजिक दूरी को बनाए रखते हुए विशिष्ट तौर पर पर्यावरण दिवस का यह उत्सव मना रहे हैं। 
उल्लेखनीय है कि हर साल दुनिया भर में पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम ‘बायोडायवर्सिटी’ यानी जैव विविधता है। 
श्री रूपाणी ने कहा कि आज पूरा विश्व पर्यावरण संबंधित चुनौतियों का सामना कर रहा है, तब प्रकृति की विविधता को कायम रखते हुए प्रदूषण और पर्यावरण के बीच संतुलन को बनाए रखने की आज महती आवश्कता है। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि अहमदाबाद महानगरपालिका धनवंतरी रथ, आयुर्वेदिक काढ़ा और होम्योपैथिक दवाइयों के वितरण जैसे बहुआयामी कदमों के साथ कोरोना संक्रमण का मुकाबला कर रही है। तुलसी के पौधों का वितरण सही समय पर सही कार्यक्रम है।
उन्होंने कहा कि अहमदाबाद की चॉलों या बहुमंजिला इमारतों में जहां तुलसी के पौधे उगाना संभव नही हैं, उन लोगों तक तुलसी के पौधे पहुंचाने से वहां रहने वाले लोगों के लिए मौजूदा हालात में उपयोगी साबित  होंगे।  
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद राज्य के सभी लोगों को कोरोना वायरस के खिलाफ कोरोना वॉरियर्स बनकर लड़ना है और कोरोना के खिलाफ जंग को जीतना है। 
मुख्यमंत्री ने ‘कोरोना हारेगा, अहमदाबाद-गुजरात जीतेगा’ का नारा पुनः देते हुए सभी नागरिकों से आह्वान किया कि कोरोना के खिलाफ लंबी लड़ाई में हरेक व्यक्ति सिपाही और वॉरियर (योद्धा) बने।  
श्री रूपाणी ने कोरोना के खिलाफ जंग में अहमदाबाद महानगरपालिका द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों की सराहना कर बधाई भी दी। 
अहमदाबाद की महापौर श्रीमती बीजलबेन पटेल ने कहा कि आयुर्वेद में तुलसी को पवित्र माना जाता है। वन विभाग की ओर से उपलब्ध कराए गए पांच लाख तुलसी के पौधों का सर्वप्रथम कोरोना संक्रमित क्षेत्रों में वितरण किया जाएगा उसके बाद अहमदाबाद के अन्य क्षेत्रों में इसका वितरण किया जाएगा। 
तुलसी रथ के माध्यम से तुलसी वितरण करने के इस कार्यक्रम में उप महापौर श्री दिनेशभाई मकवाणा, मनपा स्थायी समिति के चेयरमैन अमूलभाई भट्ट द्वारा स्थानीय निवासियों को प्रतीक स्वरूप तुलसी के पौधों का वितरण किया गया। 
सामाजिक दूरी बनाकर सीमित संख्या में लोगों की उपस्थिति में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। 


Tuesday, October 8, 2013

गुजरात में सडक विकास की रफ्तार और तेज़

08-अक्टूबर-2013 13:42 IST
गाडू-द्वारका खंड में चार/दो लेन की सड़क का विकास 
केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने गुजरात के गाडू-द्वारका खंड में राष्‍ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (एनएचडीपी) चरण-4 के अंतर्गत चार/दो लेन की सड़क विकसित करने को अपना अनुमोदन प्रदान कर दिया है। यह कार्य निर्माण करो, चलाओ और हस्‍तांतरित करो (बीओटी-अनुवार्षिकी) में डिजाईन करो, निर्माण करो, वित्‍त पोषित करो, संचालित करो और हस्‍तांतरित करो (डीबीएफओटी) मोड में पूरा किया जायेगा। 

निर्माण पूर्व गतिविधियों- भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास पर रुपये 1756.36 करोड़ खर्च आयेगा। सड़क की कुल लंबाई 209.89 किलोमीटर होगी। जिसमें से 119.7 किलोमीटर 4 लेन की और 90.19 किलोमीटर 2 लेन की होगी। दोनों तरफ पक्‍के फुटपाथ बनाए जाएंगे। 

इस परियोजना से गुजरात में मूल सुविधाओं में जल्‍दी सुधार होगा और यातायात खासतौर से गाडू और द्वारका के बीच भारी यातायात में सुविधा होगी साथ ही समय और धन की बचत भी होगी। इससे तटीय इलाकों- द्वारका, पोरबंदर और सोमनाथ की आवाजाही में लाभ होगा। (PIB)

अर्चना/शुक्‍ल/चन्‍द्रकला-6529

Friday, October 5, 2012

गुजरात में एक मतदाता के लिए मतदान केंद्र

मतदान केंद्र वन विभाग की इमारत में
गुजरात में केवल एक मतदाता के लिए मतदान केंद्र बनाया जाएगा ताकि वो आगामी राज्‍य विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके। निर्वाचन आयोग गिर वन के बानेज में वन विभाग की इमारत में यह मतदान केंद्र बनाएगा। यह जूनागढ़ जिले के ऊना विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में सपनेश बिलियात गांव से 20 किलोमीटर दूर होगा। इस मतदान केंद्र में 59 साल की उम्र के गुरू भरत दास जो कि एक मंदिर के पुजारी हैं, 13.12.2012 को मतदान के पहले चरण के दौरान अपना वोट डालेंगे। (PIB) 04-अक्टूबर-2012 16:54 IST
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मीणा/प्रियंका -4780

गुजरात में नेतरंग में लोक महिती उत्‍सव


विशेष लेख                              भारत-निर्माण चित्र                              
      गुजरात में नेतरंग में 24 से 28 सितम्‍बर 2012 तक का पांच दिन के भारत-निर्माण लोक महिती उत्‍सव (जन सूचना अभियान) और ध्‍वनि एवं प्रकाश नृत्‍य नाटिका जमुनिया का आयोजन किया गया।
      नेतरंग भडू़च जिले के वालिया तालुका में राज्‍य के राजमार्गों के चौराहे के पास एक छोटा सा कस्‍बा है, जहां आदिवासियों की काफी संख्‍या है। भारत-निर्माण अभियान का मुख्‍य उद्देश्‍य मल्‍टीमीडिया मंच का उपयोग करते हुए लोगों को भारत-सरकार द्वारा शुरू किये गये विभिन्‍न्‍ कल्‍याण कार्यक्रमों की जानकारी देना था।
                                 
                  
                                 
                                 
     इस अभियान के अंतर्गत भाषण, प्रदर्शन, परिसंवाद, फोटो प्रदर्शनी के माध्‍यम से जानकारी देने के अलावा ग्राम स्‍तर पर संपर्क कार्यक्रमों और जन जागरूकता रैलियों का भी आयोजन किया गया।
      पांच दिन के इस अभियान का प्रमुख कार्यक्रम था गुजराती में जमुनिया का प्रीमियर यानी पहला मंचन- यह एक ऐसी महिला की कहानी है, जो अपने फौलादी इरादे से अपने अधिकारों के लिए लड़ती है। यह कहानी बदलते भारत की तस्‍वीर पेश करती है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के संगीत और नाटक विभाग द्वारा एक विशाल मंच पर प्रस्‍तुत ध्‍वनि और प्रकाश के कार्यक्रम में 125 से अधिक कलाकारों ने भाग लिया, जिनके साथ लगभग 100 तकनीकी कर्मचारी भी थे।
  
                                 
                                 
                                 
   भारत-निर्माण लोक महिती उत्‍सव का उद्घाटन समारोह जन-जागरूकता रैली के साथ शुरू हुआ, जिसका आयोजन कार्यक्रम के बारे में एक वातावरण तैयार करने के लिए क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय द्वारा किया गया।
                                 

 
                                 
     नेतरंग में लोक महिती उत्‍सव और जमुनिया की प्रस्‍तुति के कार्यक्रम के बारे में सूचना-पटों और पोस्‍टरों के माध्‍यम से लोगों को जानकारी पहले ही मिल चुकी थी। पांच दिन के इस जन-सूचना उत्‍सव का उद्घाटन गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के मुख्‍य सचेतक श्री इकबाल भाई पटेल और दे‍दियापाडा विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री अमर सिंह वसावा ने परंपरागत द्वीप प्रज्‍ज्‍वलन से किया।
 
    उद्घाटन समारोह में भारत-सरकार के विभिन्‍न्‍ फ्लैगशिप कार्यक्रमों की झलक प्रस्‍तुत की गई।
      श्री इकबाल भाई पटेल ने डीएवीपी द्वारा लगाई गई भारत-निर्माण चित्र प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी में लगे 60 पैनलों के जरिये विभिन्‍न योजनाओं और परियोजनाओं की मुख्‍य बातों और सफलता की गाथाओं को दर्शाया गया।
 

      इस संध्‍या के कार्यक्रम का मुख्‍य आकर्षण नृत्‍य-नाटिका जमुनिया का मंचन था। जैसे ही रात का समय शुरू हुआ, नेतरंग के निवासी अंकलेश्‍वर मार्ग के मैदान पर बने खुले विशाल मंच के सामने इक्‍ट्ठा होना शुरू हुए। नृत्‍य-नाटिका के शुरू होने से पहले परंपरागत जमुनिया चेतना मशाल प्रज्‍ज्‍वलित की गई, जो अपने अधिकार के लिए संघर्ष करने की प्रबल इच्‍छा का प्रतीक थी।
                                 

      जमुनिया एक ऐसी बेसहारा औरत की कहानी है, जिसे पति की मौत के बाद जबरदस्‍ती उसके बच्‍चे से अलग कर दिया जाता है और गांव से बाहर निकाल दिया जाता है।

     जमुनिया ने जीवन में कभी हार नहीं मानी थी। वह एक दूसरे गांव में जाकर रहने लगी, जहां उसने पढ़ना-लिखना सीखा और एक स्‍कूल शिक्षक से देश के लोगों की कष्‍ट भरी गाथाओं को सुना। शिक्षा उसके सशक्तिकरण का एक साधन बन गई।
      यह कहानी एक ऐसी साहसी महिला की कहानी है, जो समाज में फैली बुराईयों के खिलाफ संघर्ष करती है और जिस गांव में आकर वह रहने लगी थी उसके उद्धार के लिए अपना जीवन समर्पित कर देती है।

      जमुनिया को देखने आये लोगों में पुरूषों की बजाय महिलाओं की संख्‍या बहुत ज्‍यादा थी। जब भी वह बुराई के खिलाफ आवाज उठाती, जोरदार तालियों के साथ जनता उसका समर्थन करती। इस नृत्‍य-नाटिका के जबरदस्‍त संवादों तथा प्रकाश और ध्‍वनि के प्रभाव ने लोगों को पूरी तरह मंत्रमुग्‍ध कर दिया था।
                                 
 
      जमुनिया आम आदमी के कल्‍याण के लिए भारत-सरकार द्वारा शुरू किये गए विभिन्‍न कार्यक्रमों के बारे में जागरूकता पैदा करने का एक प्रयास है। इसमें ग्रामीण लोगों के शहरों की ओर पलायन करने को रोकने में महात्‍मा गांधी राष्‍ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना-मनरेगा की भूमिका, राष्‍ट्रीय ग्रामीण स्‍वास्‍थ्‍य मिशन के माध्‍यम से ग्रामीण स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं में सुधार, इंदिरा आवास योजना के जरिये गांवों के गरीब लोगों के लिए सस्‍ते मकानों की व्‍यवस्‍था, सर्वशिक्षा अभियान के जरिये सभी के लिए शिक्षा, साक्षर भारत के माध्‍यम से प्रौढ शिक्षा तथा सूचना का अधिकार कानून के जरिये नागरिकों के सशक्तिकरण आदि को दर्शाया गया है।
                                 
    जमुनिया नृत्‍य-नाटिका में विभिन्‍न योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ पत्र सूचना कार्यालय द्वारा आयोजित भारत-निर्माण लोक महिती उत्‍सव में वार्ता कार्यक्रमों और परिसंवादों के जरिये लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास किया गया।
                                 
 
      इन योजनाओं के प्रचार के सिलसिले में अहमदाबाद और वडोदरा से बुलाये गये विशेषज्ञों ने ग्रामीण आवास, राष्‍ट्रीय ग्रामीण स्‍वास्‍थ्‍य मिशन, भारत-निर्माण, ग्रामीण बुनियादी ढांचा कार्यक्रम, सूचना का अधिकार, अल्‍पसंख्‍यकों के लिए प्रधानमंत्री का 15 सूत्री कार्यक्रम, युवा सशक्तिकरण, ऊर्जा संरक्षण और एड्स के प्रति जागरूकता से संबंधित मुख्‍य बातें लोगों को बताईं।
 
    क्षेत्र की विशिष्‍ट आवश्‍यकताओं को ध्‍यान में रखते हुए वन-भूमि अधिकार, आदिवासी कल्‍याण और कुपोषण के बारे में विशेष वार्ताओं का आयोजन किया गया।
    मुख्‍य वक्‍ताओं में भारतीय प्रबंधन संस्‍थान अहमदाबाद के जन स्‍वास्‍थ्‍य सलाहकार डॉ. विनुभाई पटेल, नाबार्ड के सहायक महानिदेशक श्री सुनील जग्‍गी, पोषाहार विशेषज्ञ डॉ. वत्‍सलाबेन वसावा और वन अधिकार विशेषज्ञ डॉ. प्रभात वसावा शामिल थे।
  पत्र सूचना कार्यालय, फोटा फीचर, मुंबई   04-अक्टूबर-2012 15:54 IST

मीणा/राजगोपाल/चन्‍द्रकला-256

Sunday, September 9, 2012

गुजरात में केन्‍द्रीय परियोजनाएं

परियोजनाओं की कुल मूल लागत 26,368.82 करोड़ रूपए  
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्‍वयन तथा रसायन एवं उर्वरक राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री श्रीकांत कुमार जेना ने आज राज्‍य सभा में एक प्रश्‍न के लिखित उत्‍तर में बताया कि इस मंत्रालय की निगरानी में 150 करोड़ रूपये तथा अधिक लागत वाली केन्‍द्रीय क्षेत्र की चल रही ऐसी 13 परियोजनाएं हैं, जिन्‍हें गुजरात में विगत तीन वर्षों के दौरान अनुमोदित किया गया था। इन परियोजनाओं की कुल मूल लागत 26,368.82 करोड़ रूपए है तथा इन परियोजनाओं के संबंध में परियोजना कार्यान्‍वयन एजेंसियों द्वारा लागत वृद्धि की कोई सूचना नहीं दी गई है। केवल एक परियोजना, नामत: ''काकरापार एटोमिक पावर प्रोजेक्‍ट- 3 और 4'' में वित्‍तीय मंजूरी विलंब से मिलने के कारण 11 माह की देरी की सूचना प्राप्‍त हुई है। (पत्र सूचना कार्यालय)          07-सितम्बर-2012 19:41 IST

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Saturday, August 18, 2012

PM greets the Nation on the occasion of Navroz

PM greets the Nation on the occasion of Navroz 
The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh, has greeted the nation on the joyous occasion of Navroz, the Parsi New Year which is being celebrated on August 18 this year.
In his message, the Prime Minister said that Navroz symbolizes new beginnings and is seen as harbinger of peace and prosperity. The festival reminds us of the rich diversity and inclusiveness of our culture.
The Prime Minister extended his best wishes to the Parsi community for their success, prosperity and well-being, he added.  (PIB) 17-August-2012 20:32 IST
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